राजस्थान के पाली जिले मैं आने वाले लांबिया गांव में 3 बच्चे अपने बाड़े के पास खेल रहे थे जिनकी बाड़े के पास बने नाड़ी में डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई तथा सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए घटना की जानकारी मिलने के बाद सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से तीनों शव को बाहर निकाला।
सदर थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि लांबिया गांव में रहने वाले खरताराम के 3 बच्चे हैं सबसे छोटा लड़का धीरज 2 साल का तथा प्रियंका 6 साल तथा दुर्गा 9 साल की है जो बुधवार शाम तीनों अपने बाड़े में खेलने के लिए गए जहां धीरज का पैर फिसलने से नाड़ी में गिर गया जिसे डूबता देख बहन प्रियंका और दुर्गा उसे बचाने के लिए नाड़ी में कूद गई जिसके बाद तीन की डूबने से मौत हो गई।
नाड़ी से दूर खड़े हुए कुछ ग्रामीणों ने बच्चों को नाड़ी में डूबते हुए देखा तो उनके परिजनों को इसकी सूचना दी तथा पुलिस को सूचना मिलने पर सदर थाना इलाके की पुलिस भी मौके पर पहुंच कर शव को बाहर निकाला तथा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
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गांव में नहीं बना शाम का खाना
एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया तथा हादसे से ग्रामीणों को इतना दुख हुआ कि अनेक घरों में शाम का खाना भी नहीं बना तथा लोग खरताराम के घर पर बैठकर उसे सांत्वना देने में लगे हुए थे।
सीधे-साधे ते सभी बच्चे
ग्रामीणों ने मीडिया से बात करते समय बताया कि खरताराम के तीनों लड़का लड़कियों बहुत ही समझदार थे अन्य बच्चों की तरह वह शरारत नहीं करते थे तथा पढ़ाई करने में भी होशियार थे तीनों बच्चे स्कूल से आने के बाद पहले अपना स्कूल का कार्य पूरा करते थे उसके बाद वह अपने बाड़े में खेलने के लिए चले जाते थे।