राजस्थान कांग्रेस प्रभारी संजय निरुपम की ऐसे समय की गई है जब कांग्रेस में संगठन चुनाव की प्रक्रिया अंतिम दौर पर चल रही है ऐसे समय में संजय निरुपम को हटाना यह बताता है कि राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी चरम सीमा पर है। संजय निरुपम राजस्थान के संगठन प्रभारी तथा पूर्व महाराष्ट्र सांसद भी रहे हुए। संजय निरुपम को राहुल गांधी का बहुत ही करीबी माना जाता है जिसके बावजूद भी उन्हें संगठन प्रभारी से हटाना चर्चा का विषय बन गया है। आज जयपुर में 400 पीसीसी मेंबरों की बैठक भी होनी तय है जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर चर्चा होगी तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष का प्रस्ताव तैयार कर दिल्ली भेजा जाएगा।
प्रदेश के 485 मेंबरों की सूची प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंच गई है जिसके बावजूद भी सीसीसी मेंबरों की लिस्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है प्रदेश मुख्यालय की ओर से पीसीसी के मेंबरों को फोन के जरिए 17 सितंबर को होने वाली मीटिंग के लिए सूचित किया गया है तथा 27 सितंबर को 11:00 बजे मीटिंग की शुरुआत होगी जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर चर्चा करना तथा प्रस्ताव को दिल्ली भीजवाना है।
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प्रस्ताव केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को सौंपा जाएगा
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर होने वाली 400 पीसीसी मेंबरों की मीटिंग की अध्यक्षता राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन द्वारा तथा सह प्रभारी राजेंद्र चंपावत करेंगे। मीटिंग में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर सहमति बनाकर प्रस्ताव केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को भेजा जाएगा।
मीटिंग में मुख्य फोकस राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर रहेगा
जयपुर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर होने वाली मीटिंग में मुख्य फोकस राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर रहेगा प्रदेश प्रभारी अजय माकन पीसीसी के 400 मेंबरों से राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा करेंगे तथा सभी मेंबरों से मिले हुए फीडबैक की आधार पर प्रस्ताव दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय पर भिजवाया जाएगा।
गौरतलब है कि राहुल गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से साफ-साफ इंकार कर रहे हैं जिसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर अशोक गहलोत, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, सांसद मुकुल वासनिक, सांसद शशि थरूर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नामों पर चर्चा चल रही है।
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